श्री राम आश्रम ट्रस्ट आपसे आग्रह करता है कि आप समाज सेवा में अपना योगदान दें। आपके द्वारा दिया गया हर एक दान हमारे सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने में सहायक होगा। यह दान न केवल जरूरतमंदों की सहायता करेगा, बल्कि आपके भीतर की दया और सहानुभूति को भी प्रकट करेगा। आपके सहयोग से हम बच्चों की शिक्षा, गरीबों की मदद, और गाय सेवा जैसे कार्यों को और भी प्रभावी ढंग से कर पाएंगे। कृपया हमारे UPI स्कैनर का उपयोग करके दान करें और समाज सेवा में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। आपकी उदारता का हम सदैव आभारी रहेंगे।
कपड़ों के लिए सहायता: दूसरी ओर, हम उन लोगों की निंदा करते हैं जो केवल क्षणिक सुखों के आकर्षण से इतना मोहित हो जाते हैं कि वे भविष्य में आने वाले कष्ट और समस्याओं का पूर्वानुमान नहीं कर पाते। यह स्थिति उन लोगों के साथ भी होती है जो अपनी जिम्मेदारी से विमुख हो जाते हैं, इच्छाशक्ति की कमी के कारण। कपड़ों के वितरण में, हमें यह समझना चाहिए कि हर व्यक्ति की आवश्यकता को पूरा करना हमारा कर्तव्य है, और इसलिए, हमें अपने सुख और आराम का त्याग कर दूसरों के लिए काम करना चाहिए।
गाय सेवा के लिए योगदान: एक स्वतंत्र क्षण में, जब हमारी चयन की शक्ति अवरुद्ध नहीं होती और कुछ भी हमारे पसंदीदा कार्य करने से नहीं रोकता, हर सुख का स्वागत किया जाना चाहिए और हर दर्द से बचा जाना चाहिए। लेकिन कुछ परिस्थितियों में, जैसे गाय सेवा के कार्य में, हमें अपनी सुख-सुविधाओं का त्याग करना पड़ता है और गायों की देखभाल और सेवा में कष्ट सहन करना पड़ता है। यह एक ऐसा कार्य है जो न केवल हमारे आत्म-संतुष्टि को बढ़ाता है बल्कि हमारे समाज के लिए भी एक आवश्यक सेवा है।
बच्चों की सेवा में समर्पण: बच्चों की सेवा करते समय, हमें इस सिद्धांत का पालन करना चाहिए कि जब भी संभव हो, हमें बच्चों की भलाई के लिए अपने सुखों का त्याग करना चाहिए और उनकी सेवा में लगना चाहिए। बच्चों की भलाई और शिक्षा के लिए हमें अपने निजी सुखों को किनारे रखकर उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करना चाहिए। बच्चों की सेवा में, हमारा उद्देश्य केवल उनका मनोरंजन नहीं होना चाहिए, बल्कि उनके सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक कदम उठाना भी होना चाहिए।
चिकित्सा सुविधाओं के लिए सहायता: चिकित्सा सुविधाओं के मामले में, एक बुद्धिमान व्यक्ति को हमेशा इस सिद्धांत पर कायम रहना चाहिए कि अपने निजी सुखों को छोड़कर, वह दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहे। चिकित्सा सेवाओं में, हमें अपने सुखों का त्याग करना चाहिए और उन लोगों की सेवा करनी चाहिए जिन्हें हमारी सबसे अधिक आवश्यकता है। इसमें कभी-कभी हमारे आराम और सुख का बलिदान भी शामिल होता है, लेकिन यह बलिदान हमारे समाज के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए आवश्यक है।
कोरोना काल में सहायता: कोरोना महामारी के दौरान, जब हर व्यक्ति अपने जीवन के प्रति चिंतित था, तब समाज की सेवा का महत्व और भी बढ़ गया था। ऐसे समय में, हमें अपने सुखों को त्यागकर, उन लोगों की सहायता करनी चाहिए जो संकट में हैं। हमें यह समझना चाहिए कि जब हम अपनी शक्ति और संसाधनों का उपयोग दूसरों की मदद के लिए करते हैं, तो हम न केवल उनके जीवन में सुधार लाते हैं, बल्कि अपने भीतर की मानवता को भी पोषित करते हैं। इसलिए, यह आवश्यक है कि हम अपने सुखों को पीछे छोड़कर दूसरों की सहायता के लिए आगे आएं।